जयपुर. कोरोना से राजस्थान की जंग जारी है। हर विभाग से लेकर सरकार तक कोरोना को हराने में जुटी है। इस बीच यदि आपको लगता है कि सिस्टम में कोई गैप है, कहीं कोई कमी है, किसी जरूरतमंद तक मदद या बचाव-उपचार नहीं पहुंच रहा है तो दैनिक भास्कर के पाठक सीधे मुख्यमंत्री अशाेक गहलोत को बता सकेंगे, सवाल कर सकेंगे। साथ ही कोरोना से बचाव के लिए सुझाव भी साझा कर सकते हैं हमारे इस वॉट्सएप नंबर पर- 9560509396
ध्यान रखें कि-
- कोरोना संबंधी संदेश या सूचना सिर्फ वॉट्सएप ही करें।
- आपके सारे संदेश पहले भास्कर पढ़ेगा और चयनित
- 5 प्रश्नों को सीएम तक पहुंचाया जाएगा।
- सीएम के जवाब अगले दिन प्रकाशित किए जाएंगे।
1. सरकार कोराेना मरीजों की जांच कितनी तेजी से करा पा रही है? जांच करने में राजस्थान का देश में कौन सा नंबर है?
-महेश शर्मा, दौसा
सीएम का जवाब : अभी तक कोरोना के लिए आरटी-पीसीआर जांच काम में ली जा रही है जिसका परिणाम आने में करीब 5 घंटे लगते है। अब आईसीएमआर द्वारा रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट उपयोग मंजूर हो गया है, जो 15 मिनट में परिणाम उपलब्ध करवा देगा। प्रदेश में 8 मेडिकल कॉलेजों में जांच की सुविधा हैं। जांच करने में राजस्थान देश में पांचवें नंबर पर है।
2. लॉकडाउन से किसान फसलें बेच नहीं पा रहे। खरीफ की बुआई शुरू हो गयी है, इसके लिए खाद-बीज-डीजल के पैसे नहीं है। किसानों को राहत देने के लिए सरकार के पास क्या योजना है?
-सूरज सिंह, श्रीगंगानगर
जवाब: कृषि उत्पादों व उपकरणों के परिवहन, भंडारण, विक्रय आदि को छूट है। लघु और सीमांत किसानों को ट्रैक्टर व अन्य उपकरण बिना किराया उपलब्ध करा रहे हैं। 10 लाख लघु-सीमांत किसानों को 1.5 किलो बीज किट मुफ्त देंगेे, अनुसूचित जाति के 5 लाख किसानों को बीज किट फ्री दी जाएगी।
3. ओमान से आए एक नागरिक ने जिस तरह रामगंज में संक्रमण फैलाया। उससे नहीं लगता कि यह सिस्टम की चूक है?
-सुरेश सोलंकी, जयपुर
जवाब : ओमान से आए नागरिक से चिकित्सक दल द्वारा उनकी यात्रा एवं सम्पर्क में आए लोगों की जानकारी के लिए निवेदन किया गया था, जिसे उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया। हमारी सरकार प्रदेशवासियों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा प्रधान करने के लिए तत्पर है, ऐसे में जनता से नागरिक कर्तव्यों के निर्वहन की भी उम्मीद की जाती है।
4. प्रदेश में काेराेना के इलाज की डाेज कितनी सफल है। इससे निपटने के लिए क्या सरकार मेडिकल स्तर पर काेई रिसर्च करा रही है?
-हेमंत कुमार, सीकर
जवाब : वर्तमान में कोरोना के इलाज हेतु आईसीएमआर द्वारा स्वीकृत दवा काम में ली जा रही है। अभी तक कोरोनावायरस की कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। देश में वैक्सीन विकसित करने के प्रयास हो रहे हैं।
5.भामाशाह एक्टिव नहीं हाेने से लाेगाें काे इलाज में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किडनी जैसी गंभीर बीमारियाें में लाेग की जान पर बन गई है?
-दनेश गिरी, बिलाड़ा, जोधपुर
जवाब : आयुष्मान भारत महात्मा गांधी राजस्थान बीमा योजना के तहत सभी अधिकृत चिकित्सालयों में इलाज जारी है। योजना में अधिकृत अस्पतालों द्वारा प्रतिदिन 1000 से 1200 दावे किए जा रहे हैं। इलाज पूर्व की भांति जारी है।